#1. निम्न में कौन-सा मानव रचित (कृत्रिम) पारितन्त्र है-
#2. किसी आहार श्रृंखला में तृतीय पोषण स्तर पर सदैव होते हैं-
#3. एक पारितन्त्र में होते हैं-
#4. एक दी हुई खाद्य श्रृंखला में मान लीजिए चतुर्थ पोषण स्तर पर 5 kJ ऊर्जा की मात्रा है तो उपभोक्ता स्तर पर कितनी ऊर्जा उपलब्ध होगी? घास → टिड्डे टिड्डे → मेंढकं→ सर्प→ चील (गिद्ध)
#5. अजैव निम्नकरणीय पीड़कनाशकों का आहार श्रृंखला के प्रत्येक पोषण स्तर पर बढ़ती मात्रा में संचयन कहलाता है-
#6. ओजोन परत का क्षरण मुख्य रूप से इस कारण है-
#7. वे जीव जो अकार्बनिक यौगिकों से विकिरण ऊर्जा का प्रयोग करके कार्बोहाइड्रेट्स में संश्लेषण करते हैं कहलाते हैं-
#8. पारितन्त्र में 10% ऊर्जा उपलब्ध होती है। एक पोषण स्तर से दूसरे पोषण स्तर में स्थानान्तरण हेतु निम्न के रूप में-
#9. उच्चतर पोषण स्तर के जीव जो निम्न पोषण स्तर के अनेक प्रकार के जीवों पर पोषण के लिए निर्भर होते हैं बनाते हैं-
#10. पारितन्त्र में ऊर्जा का प्रवाह सदैव होता है-
#11. एक खाद्य पंखला में पोषण स्तरों को कौन सीमित करता है?
#12. निम्न में कौन-सा कथन असत्य है?
#13. हरे पौधों द्वारा प्रकाश-संश्लेषण के लिए सौर विकिरण की ऊर्जा का निम्न प्रतिशत भाग अवशोषित किया जाता है-
#14. क्या होगा यदि दी हुई आहार (खाद्य) शृंखला से हिरन गायब हो जाएँ- हिरन -- चीता
#15. किसी पारितन्त्र में अपघटक-
#16. यदि एक टिड्डे को मेंढक खा जाता है तब ऊर्जा का स्थानान्तरण होगा-
#17. डिस्पोजेवल प्लास्टिक प्लेटों का उपयोग नहीं करना चाहिए क्योंकि-